भटगांव। 17 सितम्बर।
सूरजपुर जिले के भटगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के सुरक्षा प्रहरी ही बन रहे भक्षक ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां शुभम जायसवाल पिता शेखर जायसवाल, उम्र 20 वर्ष भटगांव वार्ड नंबर 8 के निवासी युवक पर चोरी का आरोप लगा उसकी सुरक्षा कर्मियों द्वारा बेदम पिटाई की गई और पीटते हुए वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डाल वायरल कर दिया गया है जिससे क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है और इस मामले में पुलिस को भी शिकायत की गई है।
मारपीट के संबंध में युवक के पिता से बात करने पर उनके द्वारा बताया गया की मेरे बेटे से मैंने बात की थी लेकिन मेरे बेटे ने नहीं की थी चोरी और उसे जबरन आरोप लगाकर बेदम पीटा गया है लेकिन कोई भी बात सुने बिना लगातार पिटते हुए इतना पीट दिया गया कि अपने पैरों से भी चलने में असमर्थ हो गया है।
युवक से वायरल वीडियो में मारपिट के संबंध में बात करने पर युवक ने बताया कि उसकी कोई भी गलती नहीं थी और न ही उसने कोई गलत काम किया था उसके खिलाफ कोई प्रमाण भी नहीं मिला था तब भी उसे सुबह घर के पास से एसईसीएल सुरक्षा कर्मियों ने उठा कर सब एरिया ऑफिस भटगांव में ले जाकर
एसईसीएल सुरक्षा कर्मी एएसआई राजेश शुक्ला अपने अन्य साथी संजय टंडन, चंदशेखर राजवाडे, सीता राम पिता अमर साय द्वारा अश्लील गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए लात, जूता, मुक्का और डंडे से पीटा और मैंने बार बार कहा कि मैंने नहीं की है चोरी तो मुझे दस हजार रुपए मांगे गए और ना देने पर मुझे फसाने की धमकी दे रहे थे जिससे मैंने अपनी जान की डर और फसाने की वजह से मैंने घर से लाकर पैसे दे दिए।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार एसईसीएल भटगांव क्षेत्र के सीएचपी साइडिंग स्टैटिक कटा के स्टोर रूम से गत 12 सितम्बर दिन गुरुवार को 50-50 किलो के दो नग बाट की चोरी हो गये थे जो सीसीटीवी कैमरे में भी दिखायी दिया था। दूसरे शिफ्ट में ड्यूटी पर पहुंचे कर्मचारियों के द्वारा इसकी जानकारी तत्काल शिफ्ट इंचार्ज को दी गयी जिस पर शिफ्ट इंचार्ज ने सुरक्षा सहायक उप निरीक्षक राजेश कुमार शुक्ला को इसकी जानकारी मोबाइल फोन के माध्यम से देते हुए एफआईआर करने के लिये कहा जिसपर राजेश कुमार शुक्ला ने चोरी का बाट मिल जाने की जानकारी दी तथा कुछ मिनटों में ही उक्त दोनों बाट अपने मोटरसायकल में लोड करके लेकर पहुंचा।
उक्त पूरे प्रकरण में अब सुरक्षा इंचार्ज संदेह के घेरे में हैं। सिर्फ चोरी हुई कोलो बाट को लेकर आना और एफआईआर दर्ज तक नहीं होना यह सब और बिना सेटिंग के कैसे संभव हो सका है यह सब गंभीर जांच की जरूरत है।