प्रतापपुर (सूरजपुर)। 11 जून। प्रतापपुर से शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां कलयुगी मां ने जन्म के बाद बच्ची को झाडिय़ों में फेंक दिया मगर एक महिला ने बच्ची की आवाज सुनकर उसे झाडिय़ों के बीच से सुरक्षित निकाला तथा लोगों को इसकी जानकारी दी। चीटिंयों से घिरी मासूम नवजात को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला चिकित्सालय सूरजपुर रेफर कर दिया गया है जहां उसकी स्थिति पहले से बेहतर बतायी जा रही है।
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घटना के संबंध में मिली जानकारी क अनुसार नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 10 में रहने वाली प्रतिमा कश्यप को किसी छोटे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी जिसपर वे बाहर निकलकर अगल-बगल झांकने लगीं इस बीच झाडिय़ों के बीच से आ रही आवाज सुनकर जब वे पास पहुंची तो कपड़े में लिपटी नवजात को बिलखता देख पसीज गयीं। उन्होनें तत्काल मासूम को उठाया तथा उसे झाडिय़ों से बाहर निकाला। आसपास के लोगों को इसकी जानकारी होने पर लोगों ने तत्काल पुलिस को इस मामले की सूचना दी। चींटियों से बुरी तरह घिरी बालिका को किसी तरह महिला द्वारा साफ कर स्थानीय लोगों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार कर बेहतर चिकित्सा के लिये जिला अस्पताल सूरजपुर रेफर कर दिया। नवजात बालिका को एसएनसीयू वार्ड में रखकर उसकी समुचित देखभाल की जा रही है। बीएमओ विजय सिंह के अनुसार बच्ची की स्थिति खतरे से बाहर है तथा वह पहले से बेहतर है।
गले में लिपटा था लाल कपड़ा
मोहल्लेवासियों के अनुसार जब बच्ची को महिला ने झाडिय़ों से बाहर लाया तो उसके गले में एक लाल कपड़ा भी लिपटा था। संभावना जतायी जा रही है कि निर्मोही मां-बाप ने उसका गला घोंटकर मारने का प्रयास किया होगा मगर उनकी हिम्मत नहीं हुई। इस घटना से जहां क्षेत्र में आक्रोश है वहीं पुलिस द्वारा मामले की जांच कर ऐसा कृत्य करने वाले माता-पिता की पतासाजी की जा रही है।