अम्बिकापुर। 17 अगस्त। आगामी नवम्बर-दिसम्बर माह में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने टिकट वितरण में बाजी मार ली है। भाजपा द्वारा प्रदेश के 90 में से 21 विधानसभाओं के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है जिनमें से ज्यादातर नये चेहरे हैं इसमें सरगुजा संभाग के भी 14 में से 5 विधानसभा के प्रत्याशियों का नाम शामिल है। यहां भी घोषित पांच में से 4 नाम ऐसे हैं जो भाजपा से पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
विदित हो कि सूरजपुर से जहां भाजपा ने सभी तीन विधानसभाओं के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है वहीं सरगुजा व बलरामपुर के एक-एक सीट पर प्रत्याशियों का नाम तय किया गया है। इन प्रत्याशियों में से पूरा संभाग रामानुजगंज के प्रत्याशी राम विचार नेताम से भली भांति परिचित है क्योंकी वे पूर्व की भाजपा सरकार में 10 वर्षों तक कई विभागों के मंत्री रह चुके हैं वर्ष 2013 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था जबकि 2018 में चुनाव के समय वे राज्यसभा के सांसद थे जिसकारण से पार्टी ने तब उन्हें प्रत्याशी नहीं बनाया था परन्तु अब पार्टी ने उन्हें फिर से मैदान में उतारा है।
श्री नेताम के अलावा बाकी चारों चेहरे क्षेत्र के लिए नये हैं इनमें सरगुजा के लुण्ड्रा विधानसभा के प्रत्याशी बनाए गए प्रबोध मिंज के पास भी लम्बा राजनैतिक अनुभव है दो बार अम्बिकापुर के मेयर रहे श्री मिंज वर्तमान में अम्बिकापुर निगम में विपक्ष के नेता हैं वे पूर्व में सरपंच, जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य व राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य भी रह चुके हैं लुण्ड्रा क्षेत्र में आदिवासी समाज के बीच वे चिर परिचित चेहरा हैं इसीलिए भाजपा ने उनपर यहां से दांव लगाया है।
भाजपा ने 21 सीटों पर घोषित किये प्रत्याशी, लुण्ड्रा से प्रबोध मिंज को मिला टिकट
अंबिकापुर महापौर ने रामानुजगंज विधानसभा से चुनाव लड़ने की ठोंकी ताल
सूरजपुर जिले में सबसे ज्यादा चर्चा का क्षेत्र भटगांव विधानसभा है सामान्य वर्ग की इस सीट पर अम्बिकापुर के भी कई नेता दावेदार रहे हैं पिछले दस वर्षों से यहां से कांग्रेस के पारसनाथ राजवाड़े विधायक हैं भाजपा ने इस बार इसी समाज से महिला उम्मीदवार श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े को टिकट दिया है जो कि पूर्व में सूरजपुर में जनपद व जिला पंचायत की सदस्य रह चुकी हैं तथा वर्तमान में सूरजपुर महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष हैं।
सूरजपुर जिले का प्रेमनगर विधानसभा क्षेत्र भी सामान्य सीट है परन्तु यहां आदिवासी समाज के लोगों की संख्या काफी अधिक है इस कारण 2002 के परिसीमन के बाद भी आज तक भाजपा व कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दलों ने यहां से आदिवासी चेहरे को ही अपना उम्मीदवार बनाया है और इस बार भी भाजपा ने यहां से आदिवासी समाज के ही भूलन सिंह मरावी का टिकट देकर परम्परा कायम रखी है श्री मरावी पूर्व में सरपंच व जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं तथा वर्तमान में वे सूरजपुर में भाजपा जिला उपाध्यक्ष हैं।
सूरजपुर जिले का प्रतापपुर विधानसभा भी काफी चर्चित सीट है पूर्व में यहां से प्रदेश के गृह मंत्री रामसेवक पैंकरा भाजपा की पसंद थे परन्तु पिछले चुनाव में उन्हें हार मिली और डॉ0 प्रेमसाय ने यहां जीत दर्ज की जो कुछ समय पहले तक प्रदेश के शिक्षा मंत्री थे। प्रतापपुर विधानसभा का बड़ा क्षेत्र बलरामपुर जिले में भी पड़ता है इसी विधानसभा के अंतर्गत बलरामपुर का वाड्रफनगर विकासखंड भी आता है यहां से भाजपा ने शकुन्तला सिंह पोर्ते को अपना प्रत्याशी बनाकर उनपर भरोसा जताया है। श्रीमती पोर्ते पूर्व में जनपद पंचायत सदस्य रह चुकी हैं वर्तमान में वह सरपंच है तथा बलरामपुर भाजपा महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भी हैं।
भाजपा द्वारा अविभाजित सरगुजा जिले के तीन विधानसभाओं सामरी, सीतापुर व अम्बिकापुर के प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की गई है जिसकारण इन सीटों के कई दावेदारों की उम्मीदें अभी जीवित हैं परन्तु धड़कने बढ़ी हुई हैं।