राजपुर। 01 दिसम्बर।
शंकरगढ़ वनक्षेत्र के अंतर्गत पतराटोली में बीती रात हाथी के हमले से एक महिला की दर्दनाक मौत हो गई। हाथी के हमले की से महिला के शव दो टुकड़ो में बंट गया था, इस वीभत्स दृश्य को देख ग्रामीण सहमे हुए हैं।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार राजपुर क्षेत्र से घुसा जंगली हाथियों का दल भैरोपुर के आसपास विचरण कर रहा है। इसी दल में शामिल एक दंतैल हाथी अलग हो गया है। वह अकेले ही विचरण कर रहा है। दल से बिछड़ा हाथी हरिगवां, हर्राटोली के आसपास विचरण करते हुए गुरुवार शाम को ब्लाक मुख्यालय शंकरगढ के नजदीक ग्राम पंचायत दोहना के पास पहुंच गया था। हाथी के आने की भनक लगते ही 62 वर्षीय बसंती पैकरा नामक महिला घर छोड़कर भाग रही थी इसी दौरान अरहर खेत के पास उसका सामना उक्त हाथी से हो गया जिसके बाद हाथी ने वृद्धा को अपने चपेट में ले लिया। बताया जा रहा है कि हाथी ने महिला को पहले सूंढ़ से उठाकर पटक दिया जिसके बाद उसे कुचलकर मार डाला। ग्रामीणों की सूचना पर आज सुबह जब वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे तो दो भाग में बंटे वृद्धा के शव को देख सभी लोग सहम गये। विभागीय अधिकारियों द्वारा सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद एसडीओ फारेस्ट रविशंकर श्रीवास्तव एवं रेंजर अखिलेश जायसवाल ने मृतिका के परिजनों को तात्कालिक आर्थिक सहायता के रूप में 25 हजार रूपये की राशि प्रदान की।
0 हाथी पर रखी जा रही नजर
वन अधिकारियों का कहना है कि दल से बिछड़ा हाथी ज्यादा आक्रामक होता है। उससे खतरा भी अधिक रहता है। अकेला होने के कारण खुद की सुरक्षा को लेकर इंसानों को देखते ही आक्रमण भी करता है। दल में रहने के दौरान इनकी गतिविधियां ज्यादा आक्रामक नहीं होती। अकेला होने के कारण तेजी से मूवमेंट करने से सही तरीके से निगरानी और उसकी उपस्थिति का पता लगाना भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहता है। फिलहाल हाथी की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है तथा ग्रामीणों को सचेत किया जा रहा है।