अम्बिकापुर। 26 जून। जिले के उदयपुर अनुविभागीय कार्यालय में एसीबी द्वारा की गई कार्यवाही के बाद भी यहां घूसखोरों का मनोबल तनिक भी कम नहीं हुआ है उदयपुर एसडीएम सहित तीन अन्य कर्मचारियों को घूसखोरी के कारण अभी जेल में होने के बाद भी यहां के तहसील कार्यालय में पदस्थ लिपिक द्वारा ग्राम कुमडेवा के रहने वाले एक ग्रामीण को जमीन का नकल प्रदाय करने के एवज में 200 रूपये की घूस लेने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने तथा एक समाचार पत्र में इस संबंध में खबर का प्रकाशन होने के बाद मामले में संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने तहसील कार्यालय उदयपुर में पदस्थ आरोपी लिपिक नन्हारी राम सहायक ग्रेड 02 को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
एसडीएम के साथ पकड़े गए कर्मचारियों पर भी हुई निलंबन की कार्यवाही
शुक्रवार को उदयपुर एसडीएम के साथ घूसखोरी के मामले में पकड़े गए तीनों कर्मचारियों पर भी निलंबन की कार्यवाही हुई है उक्त मामले के सभी आरोपी अभी भी जेल में ही हैं। इस प्रकरण में ग्रामीणों से उगाही करने वाले एसडीएम के रीडर धर्मपाल दास जो कि मूल रूप से सहायक शिक्षक एलबी के पद पर हैं तथा शा0 प्राथमिक शाला देवल्लापारा तोलगा में पदस्थ हैं जो एसडीएम कार्यालय में संलग्न होकर रीडर बने बैठे थे को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा, वहीं कार्यालय के भृत्य अबीर राम को सहायक आयुक्त द्वारा तथा नगर सैनिक को जिला सेनानी नगर सेना द्वारा एसीबी के पत्र के आधार पर कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया गया है इसमें निलंबित शिक्षक व भृत्य को निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता प्रदाय किया जाएगा परन्तु नगर सैनिक को नियमों के कारण इसकी भी पात्रता नहीं होगी।