अम्बिकापुर। 23 जून। शिक्षा विभाग काउंसलिंग के माध्यम से स्थानांतरण व पदस्थापना को लेकर किये गए खेल की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने इसकी जांच प्रारंभ करा दी है। इसके लिए संभागायुक्त द्वारा डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में टीम बनाई गई है जिसने कार्यालय में छापामार कार्यवाही करते हुए शिकायत से संबंधित दस्तावेजों को जप्त किया है।
विदित हो कि सरगुजा संभाग में शिक्षकों व सहायक शिक्षकों के पदोन्नति के उपरांत उनकी पदस्थापना के लिए सरकार द्वारा काउंसलिंग का नियम बनाया गया था जिसमें जिन स्कूलों में पद रिक्त हो रहे थे उनकी सूची देकर पदोन्नत शिक्षकों व सहायक शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए काउंसलिंग करना था परन्तु सरकार के इस आदेश के बाद वर्षों से ट्रांसफर पोस्टिंग पर पैसा कमाने के आदी हो चुके अधिकारियों की जब दाल नहीं गल रही थी तो फिर अधिकारियों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया।
आरोप है कि पूर सरगुजा संभाग भर में ऐसे करीब 300 पदों को कांउसलिंग में दी गई सूची प्रदर्शित ही नहीं किया गया जहां पर पदस्थापना पाने के लिए शिक्षक लालयित थे काउंसलिंग की प्रक्रिया को पूरा करने के बाद इन 300 स्थानों के लिए फिर से संशोधित आदेश निकालकर पदोन्नत शिक्षकों व सहायक शिक्षकों से डेढ़-डेढ़ लाख रूपये की वसूली करने की शिकायत सामने आने लगी थी। शिक्षक संघ ने भी इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री, संभागायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी। इस प्रकार केवल स्थानांतरण व पदस्थापना के नाम पर जेडी कार्यालय में करोड़ो का वारा-न्यारा अधिकारियों ने कर लिया। इस मामले में कार्यालय प्रमुख की भूमिका पर सवाल उठ रहे थे।
चुनावी साल में लगातार भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर विपक्ष के हमलावर होने पर इस मामले को लेकर भी विपक्ष आ पाता उससे पहले ही संभागायुक्त ने मामले की जांच के निर्देश दे दिये। इस जांच के लिए सहायक आयुक्त की अध्यक्षता में एक टीम का गठन कर जांच प्रारंभ करा दी गई है जांच के लिए पिछले दो दिनों से सहायक आयुक्त के नेतृत्व में टीम द्वारा शिक्षा विभाग के संयुक्त संचालक के कार्यालय में जाकर मामले से जुड़े दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है। टीम के द्वारा इस दौरान कई दस्तावेजों को जांच हेतु जप्त भी किया गया है।
इस जांच के बाद काउंसलिंग में हुई भर्राशाही की पोल खुलने की संभावना है अगर सब कुछ सही तरीके से चला तो फिर यहां भ्रष्टाचार के दलदल में आकंठ डूबे अधिकारियों पर गाज गिरनी तय है। वहीं इस जांच की खबर के बाद मनपसंद जगह पर पदस्थापना के लिए पैसे देने वाले शिक्षकों के चेहरे पर भी हवाईयां उड़ रही हैं।
शिक्षा विभाग के जेडी कार्यालय के संबंध में शिकायत मिली थी जिसकी जांच के लिए डिप्टी कमिश्नर की अध्यक्षता में टीम बनाकर जांच कराई जा रही है जांच के लिए जो दस्तावेज आवश्यक थे उन्हें इस दौरान जप्त भी किया गया है।
शिखा राजपूत तिवारी
संभागायुक्त, सरगुजा