सूरजपुर। 16 अक्टूबर। सूरजपुर में प्रधान आरक्षक की पत्नी व बेटी की नृशंस हत्या के मामले में आज आईजी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी कुलदीप साहू सहित उसके तीन अन्य दोस्त भी शामिल थे जिनमें एक एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष है वहीं आरोपियों को भगाने व सबूत मिटाने में उसके एक अन्य साथी ने सहयोग किया था। पुलिस ने पांचो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पुलिसकर्मी द्वारा की जा रही कार्यवाही से नाराज होकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।
आज सूरजपुर में आईजी अंकित गर्ग ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 13 अक्टूबर की रात को आरोपी कुलदीप साहू अपने साथियों आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सी. के. एवं रिंकू सिंह के साथ पुराने बस स्टैण्ड सूरजपुर में बैठा हुआ था। जहां रात 9 बजे सूरजपुर थाने का आरक्षक धनश्याम सोनवानी गया और उसने जिला बदर आरोपी कुलदीप साहू को वहां देखकर उसे पकड़ने का प्रयास किया जिसपर कुलदीप साहू, आरक्षक के ऊपर कडाही का खौलता तेल फेंककर उसे गंभीर रूप से आहत कर वहां से भाग निकला।
मामले की जानकारी पर थाने में मौजूद प्रधान आरक्षक तालिब शेख, प्र.आर. उदय सिंह व अन्य पुलिस कर्मी पुराना बस स्टैण्ड एवं थाना सूरजपुर के आसपास आरोपियों की पतासाजी करने लगे। इसी बीच कुलदीप द्वारा अपने साथियों आर्यन विश्वकर्मा, चन्द्रकांत चौधरी और रिंकू सिंह के साथ तेज रफ्तार में स्वीफ्ट डिजायर कार क्रमांक सीजी 29 एडी 5666 से करीब 10 बजे पुलिसकर्मियों को कुचलकर उनकी हत्या का प्रयास किया गया। पुलिस पार्टी ने उक्त वाहन का पीछा किया परन्तु दुर्गा विसर्जन के कारण मार्ग पर भीड होने के कारण आरोपी भाग निकलने में सफल रहे।
इस मामले की सूचना एसएसपी सूरजपुर को दिये जाने पर उन्होंने आसपास के थानों तथा रक्षित केन्द्र से अतिरिक्त बल एकत्रित कर सायबर सेल की तकनीकी मदद से आरोपियों के संभावित स्थानों पर छापेमारी के निर्देश दिये।
पुलिस पार्टी पर की थी फायरिंग, पुलिस ने भी चलाई थी गोली
आईजी अंकित गर्ग ने बताया कि पुलिस द्वारा आरोपी कुलदीप साहू एवं उसके अन्य साथियों की पता तलाश के दौरान उसकी संदिग्ध स्वीफ्ट डिजायर कार के देखे जाने पर पुलिस द्वारा उसका पीछा कर घेराबंदी की कोशिश की गई किन्तु आरोपी पुलिस को चकमा देकर वहां से भाग निकलने में सफल रहा। इधर सूचना पर थाना प्रभारी विश्रामपुर निरीक्षक अलरिक लकड़ा व पुलिस टीम के द्वारा वाहन का लगातार पीछा किया जा रहा था इसी दौरान ग्राम करवां, चौकी लटोरी के पास आरोपी द्वारा पुलिस पार्टी पर फायरिंग की गई जिसके जवाब में पुलिस बल द्वारा भी सुरक्षार्थ फायर किया गया परन्तु आरोपी रात्रि में अंधेरे होने का लाभ उठाकर गाड़ी छोडकर फरार हो गया।
इस बीच प्रधान आरक्षक तालिब शेख महगवां चौक स्थित अपने निवास पर गया जहां उसके घर की सीढ़ियों पर खून बिखरा हुआ था, जिससे उसे अनहोनी की आशंका हुई। घर के अंदर जाने पर प्रधान आरक्षक की पत्नी एवं नाबालिक पुत्री घर पर नहीं थे, घर में सामान बिखरा पड़ा था और अत्यधिक मात्रा में जगह-जगह खून के छीटे पड़े हुए थे। जिस पर प्रधान आरक्षक द्वारा तत्काल इसकी सूचना थाना में दी गई।
अगले दिन14 अक्टूबर को सूरजपुर पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम पीढ़ा में 2 अज्ञात शव पड़ा हुआ है। जिस पर शव की शिनाख्त प्रधान आरक्षक की पत्नी एवं नाबालिक पुत्री के रूप में की गई। मामले की सूचना पर एफएसएल अम्बिकापुर की टीम के द्वारा घटना स्थल की जांच कर खून से सने चाकू एवं मृतिका व उसकी पुत्री के खून लगे कपड़े भी बरामद किए गए।
मामले के बाद भड़की भीड़ द्वारा आरोपी के मकान व गोदाम को आग के हवाले कर दिया गया। पुलिस व्यवस्था की स्थिति पर आईजी ने सूरजपुर पहुंचकर मोर्चा संभाला था वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस टीम द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा था और अंततः कल कुलदीप साहू को बलरामपुर पुलिस द्वारा गढ़वा झारखण्ड से बस से आने के दौरान बलरामपुर में पकडा गया जिसे फिर सूरजपुर लाकर कड़ी सुरक्षा में रखा गया।
0 पूछताछ में स्वीकारी हत्या की बात
आरोपी कुलदीप साहू से पुलिस द्वारा घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसने अपने सहयोगी आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सी. के. एवं रिंकू सिंह के साथ मिलकर आरक्षक धनश्याम सोनवानी पर गर्म तेल फेकने, पुलिसकर्मियों को गाडी से कुचलने का प्रयास करने, प्रधान आरक्षक तालिब शेख के घर जाकर उसकी पत्नी व बच्ची की नृशंस तरीके से हत्या करने तथा शव को ग्राम पीढा में फेंककर साक्ष्य छुपाने के लिए गाडी धोने का कृत्य करना स्वीकार किया। आरोपी द्वारा भागने के दौरान पुलिस बल पर फायरिंग की बात भी स्वीकारी गई है। कुलदीप ने पुलिस को बताया कि उसके अन्य साथी सूरज साहू द्वारा आरोपियों को गांव से भागने में मदद की गई थी। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने अन्य आरोपियों आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, चन्द्रकांत चौधरी उर्फ सी. के., रिंकू सिंह तथा भगाने में सहयोग करने वाले सूरज साहू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के निशानदेही पर घटना कारित करने के दौरान खून लगे कपडे तथा चप्पल जप्त किया गया है।
0 मृतिका से नहीं किया गया था बलात्कार
सूरजपुर एसएसपी एम.आर. आहिरे ने बताया कि मृतिका एवं उसकी पुत्री के शवों के पीएम के दौरान चिकित्सीय परीक्षण में प्रथम दृष्टया मृतिका एवं उसकी पुत्री के साथ अनाचार की संभावना से इंकार किया गया है और अग्रिम चिकित्सीय परीक्षण के लिए स्लाईड जप्त कर जांच हेतु भेजा गया है, जिसकी परीक्षण रिपोर्ट अप्राप्त है। परीक्षण रिपोर्ट प्राप्त होने पर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
0 आरोपी के परिवार के कई सदस्यों का भी है आपराधिक रिकार्ड
एसएसपी ने बताया कि आरोपी 25 वर्षीय कुलदीप साहू पुराना बाजारपारा सूरजपुर पर कई अपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध है तथा उसपर जिला बदर की कार्यवाही भी की गई थी जिसके उल्लंघन पर भी उसके विरूद्ध कार्यवाही की गई थी। जिला बदर के प्रकरण में जमानत मिलने पश्चात् उसने पुनित सोनी के साथ मारपीट की थी जिसपर भी मामला दर्ज किया गया था और उसकी तलाश की जा रही थी। कुलदीप साहू के भाई संदीप साहू पर भी मारपीट का मामला दर्ज है व उसके चाचा संजय साहू के विरूद्ध भी जिला बदर की कार्यवाही की जा चुकी है जिसके उल्लंघन पर उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया था जो अभी जेल में निरूद्ध है। वहीं कुलदीप साहू के पिता अशोक साहू के विरूद्ध भी जिला बदर का प्रकरण जिला दण्डाधिकारी न्यायालय में लंबित है। उक्त कार्यवाहियों से कुलदीप साहू का पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों के प्रति गुस्सा था और वह बदला लेने के फिराक में था।
आरोपियों पर दर्ज किये गए चार अपराध
इस पूरे प्रकरण के बाद आरोपी कुलदीप व उसके साथियों के विरूद्ध सूरजपुर थाने में तीन और जयनगर थाने में एक अपराध दर्ज किये गए हैं जिसमें आरक्षक पर खौलता तेल फेंकने के मामले में विभिन्न धाराओं व एससीएसटी एक्ट के तहत, पुलिस कर्मियों को गाड़ी से कुचलने के प्रयास के मामले में और प्रधान आरक्षक की पत्नी व पुत्री की हत्या के मामले में अपराध दर्ज किया गया है। वहीं पुलिस टीम पर फायरिंग के मामले में जयनगर थाने में हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
आरोपी कुलदीप साहू को पुलिस द्वारा रिमांड पर लेकर उससे पुलिसकर्मियों पर की गई फायरिंग के मामले में हथियार की जप्ती की जाएगी। पुलिस द्वारा प्रकरण में कई साक्ष्य एकत्र किये गए हैं इन मामलों में अन्य आरोपियों की संलिप्तता के बारे में अभी और विवेचना की जा रही है। इस कार्यवाही सूरजपुर के सभी पुलिस राजपत्रित अधिकारी, जिले के थाना-चौकी प्रभारी सहित जिला बलरामपुर पुलिस की टीम भी सक्रिय रही।
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